बेहद ख़ास प्यार भरी शायरी : यशु जान

Behad Khas Pyar Bhari Shayari : Yashu Jaan

1.
आसमान साफ़ है मेरी नियत की तरह,
मैं कैसे अब बताऊँ मेरी मुहब्बत सच्ची है ।

2.
तेरी हाँ के इंतज़ार ने मुझे मार डाला है,
तुझे क्या बताऊँ किस तरह दिल संभाला है,
सीने पे साँप रेंगते हैं जब सुनता हूँ लडकियों से,
वो मेरे वाला है, वो मेरे वाला है ।

3.
इस प्यार में कुछ और भी मैं रंग भरना चाहती हूँ,
ऐसे पाक रिश्ते में मैं सजना - सवरना चाहती हूँ,
मैंने कहा खुलकर बताओ कहना क्या चाहती हो,
क्या लम्हा था उसने कहा तुझसे शादी करना चाहती हूँ ।

4.
किसी और का नाम लूँ तो गुस्सा दिखाती है,
बच्चों की तरह मुझे उठना बैठना सिखाती है,
जब कभी देख लूँ किसी लड़की की तरफ़,
यारों जवालामुखी की तरह भड़क जाती है ।

5.
तेरी अदाओं ने सिखाया मुझे इश्क़ का सबक है,
मरने से बचाया तूने इसमें ना कोई शक़ है,
गुस्से में भी मत कहना मुझसे प्यार मत करो,
तुझे प्यार करने का तो मेरा जन्म सिद्ध हक़ है ।

6.
छोटी सी ग़लती की इतनी बड़ी सज़ा,
मंज़ूर है मुझे जो तूने फ़ैसला दिया सुना,
तुझसे दूर रहने में भी होता है बहुत नफ़ा,
तड़पकर सीने लगने में बहुत ही आता है मज़ा ।

7.
उसके घर से निकलने से ही मेरी सुबह है,
मेरे जल्दी उठने की एक ही तो वजह है,
उसके पीछे - पीछे जाना और जानबूझकर खाँसना,
पलटकर देखना उसकी एक जानलेवा अदा है ।

8.
क्या ख़ूबी है तुझमें किसी ने पूछा है मुझे,
मुख पे पर्दा तीखे नैन क्या - क्या बताऊँ तुझे,
उसकी क़ातिलाना हरकतों ने बे - जान सा कर दिया
उसके आदाब करने की अदा ने लूटा है मुझे ।

9.
अपनी आँखों का एक तीर से दिल पे वार करदो,
कुछ ऐसा करदो या फ़िर मेरी जिन्दगी दुश्वार करदो,
मेरी मुहब्बत को कबूल कर मेरी जिन्दगी को बचालो,
या फ़िर ये खंजर लो और मेरे इस सीने के आर - पार करदो ।

10.
दिल लगा है लगा रहने दीजिए,
नफ़रत की एक सज़ा रहने दीजिए,
दिल लौटाकर मेरी मौत को क्यूँ बुला रहे हो,
ज़िंदा रहने की कोई तो वजह रहने दीजिए ।

11.
उसने कहा मैं कल मिलूंगी कुछ काम है घर पे,
मैंने कहा मैं बे - सबर हूँ आज आ जाओ,
बे - शर्म हो तुम इस तरह की बात मत करो,
अपनी ऐसी हरकतों तुम अब बाज़ आ जाओ

12.
ये दीवाना अब ना तेरे बिन ही रह पाएगा,
इज़हार करने वाला और क्या कह पाएगा,
तुम शर्म से मुस्कुराकर अपनी आँखें झुका देना,
मुझे इज़हार - ए - मुहब्बत का जवाब मिल जाएगा ।

13.
या तेरा प्यार करीब होगा,
या मेरी मौत करीब होगी,
मेरे प्यार को अपनाले,
तुझे जन्नत नसीब होगी ।

14.
उनका आज भी अंदाज़ वही है,
वो आते हैं,
मुस्कुराते हैं,
और नज़रें झुकाकर चले जाते हैं,
बोलना तो चाहते हैं बहुत कुछ हमसे,
मग़र शर्म के मारे कुछ बता ना पाते हैं ।

15.
हमने जान अपनी तेरे हवाले की हुई है,
दौलत, शौहरत अपनी तुझको दी हुई है,
लोग कहते हैं इतना नशे में रहते हो कैसे,
मैंने कहा उनकी आँखों से निकली शराब पी हुई है ।

16.
मुझे मदहोश कर दिया तेरे इश्क़ के जाम ने,
हम हो गए निकम्मे इस इश्क़ के काम में,
छुप - छुप के मिलना अब सहा नहीं जाता,
मेरा इश्क़ करो कबूल इस ज़माने के सामने ।

17.
कुछ पल तुम्हारे साथ बिताने को चाहिएं,
दिल की गहरी बातें बताने को चाहिएं,
यूँ समझ लो कमी सिर्फ़ है तुम्हारी,
तेरी मौजूदगी मेरी ज़िन्दगी बचाने को चाहिए ।

18.
उसके दिल में मेरी मुहब्बत की कली लगी है खिलने,
इश्क़ की महकती हवाओं से ज़ुलफें लगी हैं हिलने,
उसे मुझसे मोहब्बत हो गई है इसका यही है सबूत,
उसकी एम्. ए. की किताबों में मेरी तसवीर लगी है मिलने ।

19.
वो ख़ुश रहे जो यारों की महफ़िल में रहे,
वो ज़्यादा ख़ुश जो प्यार की मंज़िल में रहे,
मग़र क्या कहूँ तेरी आगोश के बारे में,
वो ख़ुश - नसीब जो माशूका के दिल में रहे ।

20.
पर्दे में क्यों हो, चाहती क्या हो,
मेरा क़तल करना है तो पर्दा उठादो,
प्यार भी ख़ुद - ब - ख़ुद हो जाएगा,
अपनी नज़रों को तुम मेरी नज़रों से मिलादो ।

21.
दूर जाने पर मैं अंदर से टूट जाता हूँ,
जब भी नींद में होता हूँ तुझको ही बुलाता हूँ,
कायनात दुश्मन बन गई मुझको छोड़ना तुम मत,
तेरी बाहों में आकर मैं ख़ुद को महफूज़ पाता हूँ

22.
जैसा मर्ज़ी आज़मा पैंतरा तू मुझे भूल जाने का,
मैं भी आशिक़ हूँ हसीना इस बे - शर्म ज़माने का,
तू मुझे ख़ुद कहे आकर मैं तुझे भूल नहीं सकती,
जाल बिछा दिया तुझे अपनी मुहब्बत में गिराने का ।

23.
इश्क़ जीने का ढंग सिखा देता है,
इश्क़ दिलों का फ़र्क मिटा देता है,
आप जैसे नफ़रत करने वालों को,
इश्क़ मुहब्बत की मस्ज़िद बना देता है ।

24.
तुझे मुझपे इतबार है कि नहीं सोचकर बताना,
दिल तार - तार है कि नहीं सोचकर बताना,
इश्क़ सोच को भी सोचने पर मजबूर कर देता है,
तुझे मुझसे प्यार है कि नहीं सोचकर बताना ।

25.
मेरा आज और कल तू है,
मेरी ताकत मेरा बल तू है,
तू है मेरे लिए मेरी जान मेरा ख़ुदा,
मेरी हर एक मुश्किल का हल तू है ।

26.
इन दिनों मुझमें बहुत बदलाव आया है,
दिल की बंजर ज़मीं पे उग गुलाब आया है,
करिश्मा है तेरी मुहब्बत का तेरे हुसन का जादू,
जो बनके मेरी जिन्दगी में एक ख़िताब आया है ।

27.
दूर बादलों में चाँद है ये ज़माना कहता है,
पर उसमें कुछ दाग हैं ये दिल ना सहता है,
मैंने कहा वो चाँद नहीं जिसमें दाग हों लगे,
इससे अच्छा चाँद तो मेरी बाँहों में रहता है ।

28.
तुम देखो मेरी जान,
तुमसे प्यार किस कदर है,
तुम जिस गली से गुज़रती हो,
वहीं पे मेरा घर है ।

29.
मैंने कहा जन्नत में हूँ,
बड़ा सकूं मिला यहाँ आकर,
उसने पूछा कहाँ हो तुम,
मैंने कहा तेरी गली के बाहर ।

30.
तूने सोचा पता नहीं क्या करना चाहता हूँ,
तुझे पाकर एक रात ठहरना चाहता हूँ,
कोई गिरे किसी भी हद तक सच तो ये है,
तेरी नज़रों में नहीं तेरे कदमों में गिरना चाहता हूँ ।

31.
लम्हा वो ज़िंदगी का भुलाना मुश्किल होता है,
जब ये दिल किसी की सूरत का आशिक होता है
हक़ीक़त भूल जाते हैं दिलों में डूबने वाले,
जो कोई अनजाना आकर हमसे वाक़िफ़ होता है ।

32.
वो हमसे कैसा ये किस कदर प्यार करते हैं?
कि बार-बार मेरी मौत का इंतज़ार करते हैं
साज़िश रचते हैं हमें जब भी मारने की वो,
क्युं हमला करने से पहले होशियार करते हैं ।

33.
मूँह फ़ेरती हो फ़िर चुपके से मुस्कुराती हो,
दिल में जो है जुबां पे लाने से डरती हो,
कहती हो सहेलियों से ये लड़का पागल है,
सच तो ये है कि तुम भी हमसे प्यार करती हो ।

34.
तू मेरी ज़िंदगी है तू मेरा मन है,
मैं तेरी रूह हूँ तू मेरा बदन है,
लोगों के लिए माशूका पता नहीं क्या है,
पर तू मेरे लिए मेरी ऑक्सीज़न ।

35.
दिल लगा है लगा रहने दीजिए,
नफ़रत की एक सज़ा रहने दीजिए,
ऐसा कर मेरी मौत को क्यूँ बुला रहे,
ज़िंदा रहने की कोई तो वजह रहने दीजिए ।

36.
दौलत नहीं चाहिए सुबह को शाम करदो,
नफ़रत के ख़त को आशिक़ी का पैगाम करदो,
अपना दिल देदो और हमारा लेलो जानेमन,
ख़ुदा का वास्ता कोई तो नेकी का काम करदो ।

37.
तुझसे मिलने की हसरत में,
खोया सा जा रहा हूँ,
तुझसे बात करने का तरीका,
आईने के सामने आज़मा रहा हूँ ।

38.
ऐसा कीजिए हमारा दिल निकाल लीजिए,
खेलिए और गेंद की तरह उछाल लीजिए,
सिर्फ़ हमें अपने दिल में रख लीजिए,
हमारा दिल चाहे जहन्नुम में डाल दीजिए

39.
अपनी मस्ती में रहते हैं जानेमन,
बातों से रातें रंगीन नहीं करते,
तूने कर दिया जादू दिल पे मेरे,
वर्ना लड़कियों पे हम यकीन नहीं करते ।

40.
तेरी मुहब्बत पे शक़ का सवाल कहाँ,
तुझे दिल देकर अब दिल में मलाल कहाँ,
तुझे बीच रस्ते में छोड़ दूँ अकेला,
मेरी या मेरे फरिश्तों की इतनी मजाल कहाँ ।

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