रुत राहत इन्दौरी

Rut Rahat Indori

  • क्या तूने नहीं देखा, दरिया की रवानी में
  • मेरे पयम्बर का नाम है जो मेरी ज़ुबाँ पे चमक रहा है
  • अगर नसीब करीब ए दर ए नबी हो जाये
  • जहाँ से गुज़रो धुआँ बिछा दो
  • कई दिनों से अंधेरों का बोलबाला है
  • सूरज सितारे चाँद मेरे साथ में रहे
  • क्या ख़रीदोगे ये बाज़ार बहुत महँगा है
  • मुश्किल से हाँथों में ख़ज़ाना पड़ता है
  • प्यार का रिश्ता कितना गहरा लगता है
  • ज़ुल्फ़ बन कर बिखर गया मौसम
  • अभी दिल में दर्द कम है, अभी आँख तर नहीं है
  • ज़िन्दगी नाम को हमारी है
  • प्यार में वो घड़ी अब ना आये
  • ना वो रास्ते, ना वो हमसफ़र
  • आप हमसे बेखबर ऐसे ना थे
  • टूटा हुआ दिल तेरे हवाले मेरे अल्लाह
  • आग में फूलने फलने का हुनर जानते हैं
  • तोड़ दे ये ख़यालों की बैसाखियाँ
  • कितनी पी कैसे कटी रात मुझे होश नहीं
  • जो किताबों ने लिखा, उससे जुदा लिखना था
  • दिल बुरी तरह से धड़कता रहा
  • जिस्म में क़ैद हैं घरों की तरह
  • मुस्कुराहट ज़वाब में रखना
  • वो सामने पहाड़ है हसरत निकाल ले
  • बेवफ़ा होगा, बावफ़ा होगा
  • रास्ता भूल गया क्या इधर आने वाला
  • मशहूर थे जो लोग समन्दर के नाम से
  • मेरी आँखों में क़ैद थी बारिश
  • आपके आते ही मौसम को सदा दी जायेगी
  • अब ना मैं वो हूँ, ना बाकी है ज़माने मेरे
  • तू शब्दों का दास रे जोगी
  • दूरियां पाँव की थकन जैसी
  • जो मेरा दोस्त भी है, मेरा हमनवा भी है
  • चेहरे को अपने फूल से कब तक बचायेगा
  • एक दिन देखकर उदास बहुत
  • ख़ुद अपने आपको पहचान लो तो खोलो राज़
  • समन्दरों पे कोई शहर बसने वाला है
  • जब मैं दुनिया के लिए बेच के घर आया था
  • तेरी आँखों की हद से बढ़ कर हूँ
  • अब अपने लहज़े में नरमी बहुत ज़्यादा है
  • अज़ाँ सुनता था लेकिन नींद के दलदल में रहता था
  • बन के इक दिन हम ज़रूरतमंद गिनते रह गये
  • बुज़ुर्ग मट्टी की अज़मत के एतराफ़ में है
  • धूप समंदर चेहरा है
  • फ़ैसले लम्हात के नस्लों पे भारी हो गए
  • जंग है तो जंग का मंज़र भी होना चाहिए
  • ये ज़िन्दगी किसी गूंगे का ख़्वाब है बेटा
  • क़तरा क़तरा खूब उछालें गंगा जी
  • मेरा भी नाम खाकनशी रख के भूल जाये
  • लम्हा लम्हा जंग है कुछ देर मोहलत चाहिए
  • जो मंसबों के पुजारी पहन के आते हैं
  • सब हुनर अपनी बुराई में दिखाई देंगे
  • मस्जिद खाली खाली है
  • वो इक इक बात पे रोने लगा था
  • मेरे कारोबार में सब ने बड़ी इमदाद की
  • मेरे मरने की ख़बर है उसको
  • मैं लाख कह दूँ कि आकाश हूँ ज़मीं हूँ मैं
  • कहाँ वो ख़्वाब महल ताजदारियों वाले
  • कहीं लिबास की सूरत उतार दे मुझको
  • ना मुआफिक मेरे अन्दर की फ़ज़ा कैसी है
  • सुलह करते हैं के जीने का हुनर जानते हैं
  • इश्क़ ने गूँथे थे जो गजरे नुकीले हो गये
  • जो दे रहे हैं फल तुम्हे पके पकाए हुए
  • उसकी कत्थई आँखों में हैं जंतर-मंतर सब
  • निशाने चूक गए सब निशान बाकी है
  • कश्मीर
  • आवाज़ की सालगिरह
  • नया साल
  • पानी
  • क़तआत