तुझसे प्यार करना भूल थी : यशु जान

Tujhse Pyar Karna Bhool Thi : Yashu Jaan

१.
एक - एक बन्दा करके पूरा जहान बनता है,
मकान से ईंटें नहीं बनती ईंटों से मकान बनता है

२.
रोज़ देखते हो क़ातिलाना नज़र से,
ज़रा खुलके बता इरादा क्या है तेरा

३.
जब कोई वोट डालने जाता है,
ऐसे लगता है जैसे अपनी ही चिता को आग लगाता है

४.
तुम पर्दे में रहो और हम दीदार को तरसें,
किसके तेरे या तेरे बाप के डर से

५.
इश्क़ की इस नगरी में हम फस से गए हैं,
वापिस आना मुश्किल है हो बेबस से गए हैं

६.
इश्क़ करने का भुगता खाम्याज़ा जा रहा है,
आज फ़िर किसी आशिक़ का जनाज़ा जा रहा है

७.
इतना रुतबा है मेरे इश्क़ का तू देखना,
क्यामत के वक़्त तुझे मौत आएगी मुझे मुहब्बत आएगी

८.
मुहब्बत भरी नज़रों से देख दुश्वार मत कर,
चला जा मेरी नज़रों से दूर मुझे प्यार मत कर

९.
वतन के नाम पर है कुरबान ज़िंदगी,
मैं मर भी गया तो कोई गम नहीं होगा

१०.
दरवाज़े पे दस्तक फिर कौन दे रहा है,
सब जानते हुए भी पंगा क्यों ले रहा है

११.
तुझे छोड़कर जाने में मन घबरा रहा है,
तेरे ज़ूल्फों से खेलने का मज़ा सा आ रहा है

१२.
तेरी तस्वीर को छुपाए रखा उसका खिताब था,
हमने पन्ना ही अब फाड़ दिया उस किताब का

१३.
मैंने तो आग जलाई थी सेकने के लिए,
मगर लोग आ गए तमाशा देखने के लिए

१४.
उन्होंने कहा जान वफ़ादारी का सबूत पेश कर,
मैंने कहा तू पहले मेरी गद्दारी तो साबित कर

१५.
तेरा दिमाग परेशान हो गया मेरे पीछे,
और मेरा दिल बेईमान हो गया तेरे पीछे

१६.
उम्र सारी गुज़र जाती है इसे सीखने के लिए,
खेल का आख़िरी पड़ाव भी काफ़ी है जीतने के लिए

१७.
ख़ुशी से जीना और ख़ुशी से मरना,
इसी को कहते हैं जिंदगी संवरना

१८.
नज़रें झुका लेना उन्हें देखकर,
कहीं ये ना हो फ़िर से इश्क़ हो जाए

१९.
कोई ना हो पास कोई दूर ना हो,
ऐसा मुकद्दर किसी को मंज़ूर ना हो

२०.
दिल में अचानक उठते दर्द का इलाज चाहिए,
एक का तो कल चाहिए एक का आज चाहिए

२१.
जो बात प्यार मुहब्बत में है वो किसी मज़हब में नहीं,
जो बात मेरे मेरे मुर्शिद में है वो तेरे रब में नहीं

२२.
वो सोचते हैं कि हम बेवकूफ़ हैं,
सिर्फ़ बोलते नहीं मग़र करते तो बहुत कुछ हैं

२३.
यारी दोस्ती में कोई भी शह हो कोई भी ज़ात हो,
मग़र दोस्ती उसी से करो इज़्ज़त रखने की जगह जिसके पास हो

२४.
मैं मिट्टी हूँ और मिट्टी का ही बैदा हूँ,
मिट्टी में ही मिल जाऊंगा क्योंकि मिट्टी से ही हुआ पैदा हूँ

२५.
रात के नज़ारे लाजवाब होते हैं,
ख़तरनाक होता है सिर्फ़ उनसे मिलना

२६.
किसी की मुसीबत में वाह - वाही लूटना आसान हो गया है,
और किसी की जान के साथ खिलवाड़ करना आज आम हो गया है

२७.
प्यार में जबरदस्ती नहीं होती कोई शक नहीं मुझे,
मग़र मेरी ज़िन्दगी भी उजाड़ने का कोई हक नहीं तुझे

२८.
बात ख़ुद करके मेरे मुँह पे ही जाती पलट है,
कभी लगता है मैं गलत हूँ कभी लगता है दुनियां ग़लत है

२९.
तेरे प्यार में बर्बाद उसका आदमी हो गया,
प्यार था तो मुझे छोड़ना क्यों लाज़मी हो गया

३०.
माना कि दूर जाना पड़ेगा तुझसे,
क्या तू ज़िंदा रह पाएगा दूर रहकर मुझसे

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