Kisan/Krishk Majdoor Poems
किसान/कृषक मजदूर कविताएँ

  • हलधर फिर हुंकार उठे
  • किसान : मैथिलीशरण गुप्त
  • गाँवों में : सोहन लाल द्विवेदी
  • झोपड़ियों की ओर : सोहन लाल द्विवेदी
  • किसान : सोहन लाल द्विवेदी
  • मज़दूर : सोहन लाल द्विवेदी
  • किसान : नीरज कुमार
  • किसान : गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
  • मज़दूरों का गीत : गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही'
  • यह धरती है उस किसान की : केदारनाथ अग्रवाल
  • थैलीशाहों की यह बिल्ली : केदारनाथ अग्रवाल
  • मजदूर का जन्म : केदारनाथ अग्रवाल
  • उनको महल-मकानी : केदारनाथ अग्रवाल
  • कवि किसान : सुमित्रानंदन पंत
  • ग्राम चित्र : सुमित्रानंदन पंत
  • ग्राम दृष्टि : सुमित्रानंदन पंत
  • ग्राम देवता : सुमित्रानंदन पंत
  • ग्राम नारी : सुमित्रानंदन पंत
  • ग्राम युवती : सुमित्रानंदन पंत
  • ग्राम वधू : सुमित्रानंदन पंत
  • ग्राम श्री : सुमित्रानंदन पंत
  • ग्रामीण : सुमित्रानंदन पंत
  • चमारों का नाच : सुमित्रानंदन पंत
  • तोड़ती पत्थर : सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • दलित जन पर करो करुणा : सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • किसान है क्रोध : गोलेन्द्र पटेल
  • सरसराहट संसद तक : गोलेन्द्र पटेल